Uncategorized बारीक आईने January 2, 2014 किस्मत ने बड़ी बारीकी से तोड़े है ये आईने ज़िंदगी के…. अब खुद की खुद से मुलाकात किए बरसों गुज़र जाया करते….!!! ©खामोशियाँ-२०१४ Share this:FacebookTwitterWhatsAppPinterestPrint Related
ह्रदयास्पर्शी लेखन भाई ….साथ आपके भाव्नुरूप रूपक हमेशा ख़ास बनाती अभिव्यक्ती।
सादर
भैया आपका पीठ थपथापना हमेशा से सुखद अनुभव होता…!!!