Uncategorized वैबसाइट October 12, 2013 होम* से लेकर…..कांटैक्ट* लिंक तक…..कितने आवरण ओढ़े…..!!! चूहे* की एक फटकी*और खुल जाते असंख्य द्वार….!!! सोच ही न सकेखो गए मायाजाल मे….गूगल* से रिश्ते बनाते बनाते….!!! *home…..*contact……*mouse……*click……*google ©खामोशियाँ
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